आखिरी गवाह की चुप्पी आज की कहानी है “आखिरी गवाह की चुप्पी” शाम का वक़्त था। दिल्ली के करोल बाग की तंग गलियों में अंधेरा धीरे-धीरे उतर रहा था। हल्की-हल्की […]
मौत का सौदा
मौत का सौदा राजीव कुएँ के अंदर गिर तो गया, लेकिन सौभाग्य से नीचे हड्डियों के बीच कुछ कपड़े और पुराना घास था, जिससे उसकी हड्डियाँ टूटने से बच गईं। […]
अंतिम रात का सच
अंतिम रात का सच रात करीब 2:30 बजे हो चुकी थी। बाहर हवाएँ और तेज़ हो गई थीं, जैसे कोई अदृश्य ताकत गाँव के हर दरवाज़े को हिला रही हो। […]
शापित हवेली का आखिरी कमरा – भाग 1
शापित हवेली का आखिरी कमरा उत्तराखंड के पहाड़ों में बसे छोटे से गाँव बिरसिंगपुर के पास, जंगल के बीच एक पुरानी हवेली थी। लोग उसे “शापित हवेली” कहते थे। गाँव […]
पगडंडी से मंज़िल तक
पगडंडी से मंज़िल तक उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव बरुआ में रहने वाला अरुण बचपन से ही गरीब था। मिट्टी की दीवारों वाला घर, एक टूटी-फूटी चारपाई और […]
वो आख़िरी कॉफ़ी
वो आख़िरी कॉफ़ी दिल्ली की ठंडी शाम थी। कनॉट प्लेस के एक छोटे से कैफ़े में लोग अपने-अपने कप में चाय और कॉफ़ी की गर्माहट घोल रहे थे। अयान ने […]
आख़िरी कॉल – भाग 3
“आख़िरी कॉल” – भाग 3 रवि की सांसें तेज़ हो रही थीं। वह जानता था कि अगर उसने अभी कुछ नहीं किया, तो सीमा की ज़िंदगी खतरे में पड़ सकती […]
आख़िरी कॉल — भाग 2
“आख़िरी कॉल” — भाग 2 इंस्पेक्टर अर्जुन अब तक की बातें दिमाग में दोहरा रहा था। सीमा के मोबाइल में आख़िरी कॉल 12:08 AM पर आई थी — नंबर सेव […]
आख़िरी कॉल – भाग 1
आख़िरी कॉल – भाग 1 वाराणसी के पुराने मोहल्ले “लाट भैरव” में रात का सन्नाटा था। घड़ी की सुइयां 11:48 दिखा रही थीं। गली के नुक्कड़ पर बिजली के खंभे […]